लघुकथा

ओडीएफ क्या ?

गाड़ी रफ़्तार में थी और पटरी पर दौड़ रही हो और उषाकाल का समय हो यानी सूर्योदय हुआ नहीं है । आप पटरी किनारे देख सकते हैं, ऐसे नज़ारे, जो सरकार की योजना ओडीएफ यानी खुले में शौच से मुक्ति को खुले में चुनौती दे रहे होते हैं।

एक बड़ा जंक्शन आते-आते ट्रेन पर सुबह हो जाय, तो देखिए मल, शिश्न आदि गुप्त अंग, किन्तु आपको खुले में शौच करनेवालों या वालियां जो हो, उबके मुँह दिखाई न देंगे!

सरकार चिल्लाते रहे, किन्तु हम आम जनता खुले में मल त्यागते रहेंगे! यह सिर्फ उस जंक्शन के पास पटरियों के इर्द-गिर्द मल त्याग रहे लोगों की बात नहीं, सुबह की ट्रेन यात्रा पर कहीं भी ऐसे नज़ारे दिखाई पड़ने ही है!

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.