हाइकु-ग्रीष्म ऋतु
तपती धूप
जान ले लेगी जैसे
दम निकला।
*****
हाय रे गर्मी
चैन न पल भर
दम घुटता।
——
ऐसा लगता
आग बरसे जैसे
जला डालेगी।
*****
बर्दाश्त नहीं
इस बार की गर्मी
भारी पड़ेगी।
*****
सहना होगा
हमेशा तो लगता
अबकी बार।
तपती धूप
जान ले लेगी जैसे
दम निकला।
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हाय रे गर्मी
चैन न पल भर
दम घुटता।
——
ऐसा लगता
आग बरसे जैसे
जला डालेगी।
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बर्दाश्त नहीं
इस बार की गर्मी
भारी पड़ेगी।
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सहना होगा
हमेशा तो लगता
अबकी बार।