आवश्यक बातें
कुछ वर्ष पहले भारत भर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में सहायक प्राध्यापक हेतु NET परीक्षा आयोजित हो रही है, UGC की इस परीक्षा को अब अंतिम रूप से CBSE ले रही है, जो आगामी वर्ष से यह परीक्षा वर्त्तमान शैली में नहीं होगी, जो कंप्यूटर से ली जाएगी, जिसे अभी तुरंत बना NTA (National Testing Agency) लेंगे।
कुछ वर्ष से NET की परीक्षा मात्र 2 पेपर में हो रही है, पहले 3 पेपर लिये थी । दोनों व तीनों वस्तुनिष्ठ तरह के हैं/थे, परंतु 2008 से पहले तृतीय पत्र विषयनिष्ठ होते थे ! यह भारत की इसतरह एकमात्र महत्वपूर्ण परीक्षा है, जो एक ही दिन में परीक्षार्थियों के मेधा आंक लेते हैं। सम्बन्धित परीक्षार्थियों को सफल होने हेतु शुभमंगलकामनाएँ!
मेरे एक ट्रांसजेंडर मित्र ने अच्छा ही लिखा/लिखी है– “वजूद के लिए हिलना और हिलाना पड़ता है!”
यह सिर्फ़ ट्रांसजेंडर्स की ही बात नहीं, उन पुरुष और स्त्रियों के लिए भी है, जो हर योग्यताओं के वरण के बावजूद इच्छित मक़ाम हासिल नहीं कर पाते हैं!
कटिहार नगर क्षेत्र में कितने ‘मूत्रालय’ की व्यवस्था हैं? पुरुष का एकाध देखता हूँ, वह भी नगर भवन के नाक पर, गंदा और पानी बहाव की व्यवस्था के बगैर ! महिलाओं के लिए तो है ही नहीं! आश्चर्य की बात है, आदर्श रेलवे जंक्शन के प्रवेश कैम्पस में है नहीं! सिर्फ ODF नहीं, खुले में मूत्र विसर्जन न हो, उसके लिए नगर निगम प्रशासन, जिला प्रशासन क्या कर रहे हैं?