रिमझिम-रिमझिम पड़ीं फुहारे।बारिश आई अपने द्वारे।।—तन-मन में थी भरी पिपासा,धरती का था आँचल प्यासा,झुलस रहे थे पौधे प्यारे।बारिश आई अपने द्वारे।।—आँधी आई, बिजली कड़की,जोर-जोर से छाती धड़की,अँधियारे ने पाँव पसारे।बारिश आई अपने द्वारे।।—जल की मोटी बूँदें आयी,चौमासे ने अलख जगाई,खुशी मनाते बालक सारे।बारिश आई अपने द्वारे।।—अब मौसम हो गया सुहाना,आम रसीले जमकर खाना,पर्वत से बह […]
प्रॉमिस डे आज आया है, वादा मुझे भी करना है, छोटा बच्चा हूं तो फिर क्या! सबके दुःख को हरना है. आज्ञा बड़ों की मैं मानूंगा, छोटों का रखूंगा ध्यान, स्वच्छता सब जगह रखूंगा, देश का मान मेरा सम्मान.
नाच रहे थे खुशी में सारे, रिमझिम बारिश बरस रही, पर जाने क्यूं,एक कोने में, बैठी चिड़िया सुबक रही, पूछा तो बोली देखो वर्षा ने, मेरा घरौंदा गिरा दिया क्या करूं और कहां जाऊं मैं, घर अब मेरा नहीं रहा, सुनकर बात ये उसकी मेरे, दिल को आया बड़ा मलाल, रोओ नहीं,रो रो कर तुमने […]