कविता
हे प्रिय !
मेरे होने में ही;
तुम्हारा होना है,
वरना मैं नहीं होता,
तो कौन
याद करता तुम्हें ?
बचना चाहिए
किसी को
‘प्रेम’ से, क्योंकि-
यह ज्यादा मुश्किल
सवाल देता है,
हल करने के लिए !
जीवन में
बदलाव जरूरी है !
बदलाव चाहे
बेहतर हो
या बदतर,
हमें हरतरह के
बदलाव के लिए
तैयार रहना चाहिए !
बेहतर पति-पत्नी
वही है, जो
आपसी समन्वय रखकर
एक-दूसरे की
स्वतंत्रता की कद्र करें !
उलझाव और बोझ
अच्छे रिश्ते को
बर्बाद करते हैं !