शुभमाल छंद
शिल्प विधान – जगण जगण , 121 121
चरण तुकांत, 6 वर्ण प्रति चरण
1.
बढ़े हम वीर ।
बने सब धीर ।।
रखे सुविचार ।
करें उपकार ।।
2.
सदा रह साथ ।
लिए हम हाथ ।।
न ही कर घात ।
यही सच बात ।।
3.
लिए मन जात ।
पिया भर लाज ।।
हिया कर बात ।
सनेह लजात ।।
4.
चले सब साथ ।
बढ़े अब हाथ ।।
रखे सुविचार ।
न ही कुविचार ।।
— डॉ अनीता पंडा