गिनीज बुक में संस्कृत भाषा
‘राष्ट्रीय संस्कृत दिवस’ यानी श्रावण पूर्णिमा यानी ‘राष्ट्रीय संस्कृत दिवस’ है। भारत सरकार ने 1968 में ऐसा निर्णय लिया था और 1969 से यह दिवस निरंतर मनाई जा रही है।
इसतरह से दिवस मनाए जाने के प्रसंगश: यह संस्कृत दिवस की 52वीं वर्षगाँठ है। संसार की कई भाषाएँ संस्कृत से निःसृत है, एतदर्थ यह भाषाओं की जननी भी है । यह संसार के वैज्ञानिक भाषाओं में एक है ।
संसार के सभी भाषाओं में से सबसे लंबे शब्दों के ‘गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ अपनी प्राचीन भाषा ‘संस्कृत’ के नाम है। खड़ी बोली हिंदी ‘संस्कृत’ की दुहिता है । हिंदी ‘संस्कृत’ की सरलीकृत रूप है, इसे अद्यत: खारिज नहीं की जा सकती !
यहाँ तक की संगम कालीन साहित्य व तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, लेटिन, हिब्रू इत्यादि के हजारों शब्द संस्कृत से प्रेरित हैं ! संस्कृत के प्रति हम भारतीयों के अतिरेक व जन्मजात जुड़े रहने के तत्वश: सभी देशवासियों को शुभकामनाएं!