कविता

शिक्षकों को नमन

(शिक्षक दिवस 5 सितंबर पर विशेष)

हम सभी भारतीयों के लिए
आज का दिन है अत्यंत खास
सर्वपल्ली श्री राधाकृष्णन
जी का जन्म दिवस है आज ।
जीवन भर शिक्षा के क्षेत्र में
देश विदेश में पाया सम्मान
प्रखर शिक्षाविद महान अध्यापक
शिक्षक दिवस है उनके नाम ।।

देश-विदेश में नाम कमाया
अध्यात्म के क्षेत्र में किए कई काम
कई देशों के राजदूत बने
भारत का कर गये ऊंचा नाम ।
ब्रिटेन जर्मनी कई देशों ने
किया पुरस्कृत व्यक्तित्व महान
भारत रत्न से गए वह नवाजे
राष्ट्रपति पद का मिला सम्मान ।।

माता-पिता तो प्रथम गुरु हैं
बच्चों को देते संस्कार
सबसे पहले हाथ जोड़कर
आओ करलें उन्हें प्रणाम ।
गुरुओं और अध्यापकों का
होने ना पाए कभी अपमान
इन सब की शिक्षा ही बनाती
हमको आपको नेक इंसान ।।

बहुत बार है पैर फिसलता
बढ़कर कोई सहारा देता
ज्ञान की बातें समझा जाता
गलत मार्ग से हमें बचाता ।
नही जरूरी सभी हों शिक्षक
पर दे जाते हैं ज्ञान महान
ऐसे सभी इष्ट मित्रों को
सगे संबंधियों को मेरा प्रणाम ।।

जीवन की लंबी उड़ान में
ऊंचे नीचे कई पड़ाव में
बहुत बार मझधार में फंसते
राह में केवल कांटे मिलते ।
निराशा के उस कठिन दौर में
अंतर्मन जब राह दिखाएं
मन ही मन उस परम शक्ति को
आओ हम सब शीश झुकाएं ।।

— नवल अग्रवाल

नवल किशोर अग्रवाल

इलाहाबाद बैंक से अवकाश प्राप्त पलावा, मुम्बई