कविता

एक राष्ट्र, एक ध्वज, एक चुनाव

माँ ने बनाई ‘पेड़े’
आकार छोटे हैं,
पर विशुद्धता लिए है।
माँ ने दिलचस्प बातें
शेयर की-
“ये पेड़े ‘पेड़’ से
नहीं तोड़े गए हैं…”
एक राष्ट्र,
एक ध्वज,
एक चुनाव
तो
एक भाषा क्यों नहीं ?
हिंदी राष्ट्रभाषा क्यों नहीं
एक राष्ट्र,
एक ध्वज,
एक चुनाव
तो
एक राजनीतिक दल क्यों नहीं ?
भीड़ नहीं;
योग्यता बने कसौटी
आज अपना
नरेंद्र की याद
आ ही गया।
भारत में सिर्फ
इक्के-दुक्के ही
पहचाने गए !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.