कविता

हम स्पष्टवादी क्यों नहीं हैं ?

हम स्पष्टवादी
क्यों नहीं हैं?
अगर बालिग हैं
तो किसी मुद्दे पर
खुलकर बातें
क्यों नहीं करते हैं ?
छुपाना क्या?
आपसी समझ
विकसित करें,
तब दुर्व्यवहार
क्यों होंगे?
×××
एक आईएएस
या आईपीएस
ट्रेनिंग और
पोस्टिंग के दौरान
भारत भ्रमण कर लेते हैं,
पर खुद के गाँव
और उनकी समस्या का
भ्रमण नहीं कर पाते हैं !
×××
आखिर हम
आईएएस टॉपर
देने के बाद भी
पिछड़े क्यों हैं ?
कीचड़युक्त और
बिजलीगुल शहर को
दूँ कैसी बधाई ?
×××
ससुराल गेंदा फूल !
‘गेंदा फूल’
जाड़े मौसम में होती है,
इनका आशय है
कि आप सिर्फ
जाड़े ऋतु में ही
ससुराल जाइये !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.