अशिष्ट, अमर्यादित और अशालीन व्यवहार
सेवार्थ,
श्रीमान प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी
प्रखंड……, जिला……..
प्रेषिका :-
शी. चंद्र
(शिक्षिका)
विद्यालय का नाम-पता :-
विषय :-
दूसरे विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा मेरे साथ अशिष्ट, अमर्यादित और अशालीन व्यवहार किए जाने के संबंध में.
महाशय,
निवेदन है, मैं- शी. चंद्र, सम्प्रति विद्यालय…… में कई वर्षों से बगैर शिकायत अनवरत अध्यापनरत हूँ. ध्यातव्य है, दिनांक…… को मैं सुबह से ही सर्दी-जुकाम और सिरदर्द से पीड़ित थी, बावजूद मैं विद्यालय आयी, पर मेरी प्रधानाध्यापिका महोदया ने मुझे घर जाकर आराम करने को कहा, किंतु छात्रहित में मैं विद्यालय में ही रही. इसी बीच मेरे विद्यालय में श्री……, प्रधानाध्यापक, विद्यालय…… आये. मैं उस समय शारीरिक पीड़ा के कारण कक्षा के बाहर छींक रही थी. उन्हें मेरी छींक अच्छा नहीं लगा या अन्य कारणश: मुझे ‘बदतमीज’ कहकर डांट दिया, तब मेरे पूछने पर कि क्या गलती किया, तो उसने कहा- मुँह लगाती है, गाल में थप्पड़/झापड़ मारूंगा कि गाल लाल हो जायेगी. एक शिक्षिका से इसतरह का बर्ताव श्री…. के द्वारा किसी महिला के प्रति कुत्सित मानसिकता का परिचायक है, जिससे मैं स्वयं को लाचार, हतोत्साहित और पीड़िता महसूस कर रही हूँ. अतएव इस संबंध में मुझे शीघ्र न्याय प्रदान करने की कृपा की जाय और उनके दोषपूर्ण रवैये पर कार्रवाई करने की कृपा की जाय. सादर.
प्रार्थिनी :-
शी. चंद्र
दिनांक :
प्रतिलिपि :-
श्रीमान जिला शिक्षा पदाधिकारी…..