पौं बारह
चलो साथ मिलकर चलें,
एक और ग्यारह होते हैं,
ग्यारह में एक और मिल जाए,
सच मानो पौं बारह होते हैं.
शिक्षक
अपने हिस्से का हर अधिकार पाना सिखाने के लिए,
हौसला बढ़ाकर कुछ कर दिखाने के लिए,
जुगनू ही सही चमक कर रोशनी फैलाने के लिए,
ज्ञान की गंगा बनकर शिष्य को आनंद पाना सिखाने के लिए,
एक शिक्षक चाहिए, सच्चा शिक्षक चाहिए.