कविता

आओ खुशियों के दीप जलाएं

सत्य-शिव-सुंदर का अनुसंधान है दीपावली
आनंदमय  शिक्षा का अनुगान है दीपावली..
पर्यावरण के अनुकूल जीवन हो गोपाल
राष्ट्रशक्ति को समर्पित विज्ञान है दीपावली..

हिंदी भाषा देश का अभिमान है दीपावली
प्रार्थना,आराधना,अजान है दीपावली..
अर्थव्यवस्था का गणित,नित प्रगति करें
राष्ट्र  का सच्चा  सम्मान है दीपावली..

पुरुषार्थ को परमार्थ की पहचान है दीपावली.
आँख में पलता हसीं अरमान है दीपावली..
आन-बान-शान से जीवन जियें हिलमिल गोपाल
अस्त पर शुभ सत्य का जयगान है दीपावली..

निस्वार्थ सेवा का सतत अभियान है दीपावली.
तृषित अधरों की मधुर मुस्कान है दीपावली..
तराश कर कंकर को शंकर जो बनाते हैं गुरुजी
वही सृजन शक्तिमय इंसान हैं दीपावली..

सर्वजन हिताय निज बलिदान है दीपावली.
आस्था, विश्वास है, ईमान है दीपावली..
तूफ़ान में जो अँधेरे से जीतता लड़कर
उसी नन्हे दीप का यशगान है दीपावली..।।

— गोपाल कौशल “भोजवाल”

गोपाल कौशल "भोजवाल"

नागदा जिला धार मध्यप्रदेश 99814-67300