कविता

इस बार दिवाली पर

इस बार दिवाली पर
 पटाखे नहीं चलाएंगे ।
इस बार दिवाली पर
पूरे देश को वैक्सीन से,
 कोरोना मुक्त बनाएंगे ।
इस बार दिवाली पर
कोरोना से कमजोर हुई अर्थव्यवस्था को ,
मजबूती से  फिर से आगे हम बढ़ाएंगे ।
इस बार दिवाली पर
चाइना का सामान नहीं घर लाएंगे ।
शिक्षा के दीपक घर- घर जलाएंगे ।
इस बार दिवाली पर
अंधविश्वासों की पकड़ से मानव को बचाएंगे ।
इस बार दिवाली पर
स्वर्णित भारत के सपनें को ,
फायरवर्क से नहीं
ग्रीन दिवाली  से सजाएंगे।
इस बार दिवाली पे,
आत्मनिर्भर जन जन को बनायेंगें।
— प्रीति शर्मा “असीम”

प्रीति शर्मा असीम

नालागढ़ ,हिमाचल प्रदेश Email- [email protected]