फुर्सत
फुर्सत ना मिली । कभी खुद से मुलाकात होती। । मैं सुनता ही रहा सबकी। काश !कभी खुद से भी
Read Moreआओ… नए साल पर कुछ हिसाब -किताब कर ले । जिंदगी ने लम्हा -लम्हा कितना घटाव दिया। उस सब का
Read Moreजिंदगी ……बड़ी बेरहमी से सच दिखती है। कितना भी…. बहलाते रहे खुद को । ऐसा नहीं है…??? ऐसा हो
Read Moreभारतीय समाज के सुधार में … आठवीं कक्षा के पाठ आठ में…. हिंदू पुराणिक कथाओं का, व्याख्यान किया जा रहा
Read Moreकुछ पल के लिए कुछ पल ही सही । तू मिला …… और मिला मुझको कुछ भी नहीं। कुछ पल
Read Moreकभी-कभी सोच सपनों की धुंध से बाहर निकल जाती। और जिंदगी के चेहरे पर धूप ठिठक जाती ।। ठिठकी इस
Read Moreबात पत्थरों की चली। पत्थरों के शहर में हर इंसान … पत्थर। हंसता -बोलता, रोता -खेलता हर इंसान… पत्थर। और
Read Moreआजादी को हासिल करके , आज के दिन , भारत को गणराज्य बनाया था। 26 जनवरी 1950 को, देश भारत
Read More