ग़ज़ल
है बहुत ही कीमती ये जिन्दगानी आपकी
आपको देगी सुरक्षा सावधानी आपकी
दो दिनो से भूख से बेहाल हैं पैसे नही
है करूण और मार्मिक है दुख बयानी आपकी
टूट जाते आपने ही दे दिया जीवन नया
होंसला देकर सम्भाला महरबानी आपकी
दे दिया धोखा सभी को आँख में आँसू दिखा
कामयाबी पा गई है हर कहानी आपकी
आप जो देकर गये है आँख को सपने नये
है बड़ी नायाब दिलकश ये निशानी आपकी
संग जो हमने गुजारा वक्त वो था कीमती
छोड़ के जाये कहां यादे पुरानी आपकी
याद आती है अभी भी वो सुहानी वादियां
झील की तस्वीर में यादे सुहानी आपकी
— शालिनी शर्मा