नए साल में हुआ धमाल
खुशियां ले के आया साल ,
चीकू मीठी हुए निहाल।
मीठा सबने खाया खूब ,
देखो भैया भर भर थाल।
आया जाड़ा मार दहाड़ ,
बोला सबसे ओढ़ो शाल।
फूल खिले बाग में अनगिन ,
मौसम ने क्या किया कमाल।
ख़ुशी से नाची तिथी तृषा ,
नए साल में हुआ धमाल।
— महेंद्र कुमार वर्मा