कविता

नया साल

एक ख्याल है
किस-किस के लिए
ये नया साल है
फैंकी जिसने झूठी मिठाई
या
देखी जिसने कुडे के ढेर में
इन बचपनों का
इन जिंदगियों का
इनके अरमानों का
बिना छत के मकानों का
इनकी भूख का
छाती पर जम गई सूख का
किस सरकारी कागजात पर नाम दर्ज है
सोचना पड़ेगा क्योंकि
इंसानियत के नाते ये हमारा फर्ज है
संसद में बैठने वालों को
क्या खबर?
फुटपाथ पर क्या हाल है
एक ख्याल है
किस-किस के लिए
ये नया साल है

 

प्रवीण माटी

नाम -प्रवीण माटी गाँव- नौरंगाबाद डाकघर-बामला,भिवानी 127021 हरियाणा मकान नं-100 9873845733