कविता

प्रेरणा

कहने सुनने में छोटा सा शब्द
मगर भाव बड़ा है,
किसी की अंधेरे में डूबती जिंदगी में
उम्मीद की किरण फैला सकता है।
हताश निराश व्यक्ति को
उत्साह से भर सकता है,
किसी की प्रेरणा
किसी को इतिहास बनाने का
हौसला दे सकता है,
प्रेरणा जीवनदान बन सकता है,
मुर्दा जी जिंदगी में
जान ला सकता है।
प्रेरणा देना और लेना
जिसे आ गया,
प्रेरणा का भाव जग गया तो
हिमालय भी शीष झुकाने को
बाध्य किया जा सकता है,
बस एक बार प्रेरणा पा प्रेरित हो जायें
तो इतिहास भूगोल भी बदल सकता है,
प्रेरणा में इतनी ताकत है
कि क्या कुछ नहीं हो सकता
नाजुक सा इंसान भी
फौलाद बन सकता है।

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921