मुक्तक/दोहा

छोटी सी है जिंदगी

छोटी सी है जिंदगी, भर दो जी मुस्कान।
चार दिनों का है सफर, परेशान इंसान।।

हँस कर जीना सीख लो, करो सभी से प्यार।
सुख-दुख जीवन अंग है, कभी न मानो हार।।

माटी का ये देह हैं, करना नहीं घमंड।
ईश्वर बैठे देखते, तुम्हें मिलेगा दण्ड।।

भेद-भाव को छोड़ कर, रहना सब के साथ।
विपत समय आये सखी, पकड़े रहना हाथ।।

आये खाली हाथ है, कर लो अच्छे काम।
छोटी सी है जिंदगी, सदा कमाओ नाम।।

— प्रिया देवांगन “प्रियू”

प्रिया देवांगन "प्रियू"

पंडरिया जिला - कबीरधाम छत्तीसगढ़ [email protected]