छोटी सी है जिंदगी
छोटी सी है जिंदगी, भर दो जी मुस्कान।
चार दिनों का है सफर, परेशान इंसान।।
हँस कर जीना सीख लो, करो सभी से प्यार।
सुख-दुख जीवन अंग है, कभी न मानो हार।।
माटी का ये देह हैं, करना नहीं घमंड।
ईश्वर बैठे देखते, तुम्हें मिलेगा दण्ड।।
भेद-भाव को छोड़ कर, रहना सब के साथ।
विपत समय आये सखी, पकड़े रहना हाथ।।
आये खाली हाथ है, कर लो अच्छे काम।
छोटी सी है जिंदगी, सदा कमाओ नाम।।
— प्रिया देवांगन “प्रियू”