कविता

हम सफर

राह चले वो साथी बन कर,हर पल पकड़े हाथ।
कभी न भूले कर के वादा, सदा निभाये साथ।।

जीवन को खुशियों से भर दे, बाँध प्रेम की डोर।
सुख दुख दोनों कदम मिलाये, छूटे कभी न छोर।।

सदा विश्वास रखना साथी, है छोटी सी आस।
नयन बन्द हो जब भी मेरी,रहना मेरे पास।।

रूठ गयी गर बातों से तो, देना मुझको प्रीत।
अपनी मीठी आवाजो से, नये सुनाना गीत।।

छोटी सी जिंदगी हमारी,रुक जाये कब श्वास।
इस धरती पर जब तक हम है, सदा रहे हम खास।।

— प्रिया देवांगन “प्रियू”

प्रिया देवांगन "प्रियू"

पंडरिया जिला - कबीरधाम छत्तीसगढ़ [email protected]