गीत/नवगीत

लता की याद में

एक सदी का आ कर जाना ।
मुश्किल है उसको भर पाना ।।

सुर कोकिला, कोकिल कंठी,
भारत की पहचान बनाई ।
सुर साधिका शारद पुत्री,
तुमने जीवन रीत निभाई ।।

उसके गाने और तराने
सुनकर सागर को तर जाना ।
मुश्किल है उसको भर पाना ।।1।।

कई भाषाओं में कई नगमें
गाकर सुर के साथ रही ।
अपनेपन का भाव हमेशा,
अनमोल तुम्हारी बात रही ।

एक तुम्हारे ही वश में था ,
हर दिल में एक घर कर जाना ।
मुश्किल है उसको भर पाना ।।2।।

एक लता की याद में उस दिन,
हर कोई आसूं भर भर रोया,
रहा जागता , रहा सोचता ,
तेरे नगमों भीतर खोया ।

अमन करेंगें यही दुआएं ,
तुम भारत में फिर आना ।
मुश्किल है उसको भर पाना ।।3।।

— मुकेश बोहरा अमन

मुकेश बोहरा 'अमन'

पिता का नाम - स्व. श्री पारसमल बोहरा (जैन) माता का नाम - स्व. श्रीमती शान्ति देवी धर्मपत्नि - श्रीमती शान्ति बोहरा ‘शान्त’ अनुज भ्राता - श्री राहुल बोहरा ‘अमन’ संतान - 1. कार्तिक बोहरा 2. कु. संध्या बोहरा जन्म तिथि - 20.07.1984 शैक्षणिक योग्यता - अधि-स्नातक (हिन्दी), बी.एड. व्यवसाय:- शिक्षण कार्य, राजकीय सेवा में अध्यापक, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, सांसियों का तला, बाड़मेर राजस्थान भारत प्रकाशित कृतियां - 1. महिला सशक्तिकरण को लेकर कालजयी कृति ‘‘हिम्मत है तो वार करो’’ 2. ओरण-गोचर संरक्षण को लेकर पुस्तक ‘‘ओरण हमारी धरोहर’’ 3. बाल साहित्य में ‘‘भगवान हमारे दादाजी’’ रूचियां:- काव्य लेखन, गद्य लेखन, स्वतंत्र पत्रकारिता, समाज-सेवा, किताबें पढ़ना आदि । स्थायी पता - अमन भवन, महावीर सर्किल, जूना केराडू मार्ग, बाड़मेर राजस्थान भारत 344001 मोबाईल नम्बर:- 8104123345, फेसबुक - कवि मुकेश अमन Email - [email protected]