लघुकथा

सुनिए दो लघुकथाएं

ये दोनों लघुकथाएं हमारे यानी लीला तिवानी द्वारा सृजित हैं और दोनों लघुकथाओं का नैरेशन रीता चंद्रा द्वारा किया गया है.
पहली लघुकथा है- “आज का कण्व”. टंकण की त्रुटि के कारण इसमें लेखिका का नाम लीला के बजाय लीना हो गया है, कृपया आप लीला ही पढ़ें, रीता जी ने वाचन में सही नाम लीला ही पढ़ा है. इसका लिंक इस प्रकार है-

दूसरी लघुकथा है- “अधूरा चित्र”. इसका लिंक इस प्रकार है-

इन लघुकथाओं को पढ़कर आप यू ट्यूब पर प्रतिक्रिया भी लिख सकते हैं.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244