आओ अमृत महोत्सव मनाएं
आओ अमृत महोत्सव मनाएं
हम सीखें दुनिया को सिखाएं।
बुनकर संस्कृति ताना-बाना
सुंदर भारत आदर्श दिखाएं।
निद्रा से जागे सर्वप्रथम
औरों को जागृत किया।
दूर भगाकर अंधियारे को
पवित्र प्रकाश पर्व किया।
लेकर ज्ञान ज्योति ज्वाला
हर घर की चौखट पर जाएं।
चार वेद, अट्ठारह पुराण
रामायण, गीता का ज्ञान।
हर बालिका माँ का रूप
हर बालक में रमते राम।
कर्म पूजा के मंत्र को
कोने-कोने तक फैलाएं।
आओ अमृत महोत्सव मनाएं
हम सीखें दुनिया को सिखाएं।
बुनकर संस्कृति ताना-बाना
सुंदर भारत आदर्श दिखाएं।
भारत प्यारा देश हमारा
वारे इस पर तन-मन अपना।
आंच न आए कभी किसी पर
पर सेवा का मंत्र उचारे।
रक्षा में तत्पर रहकर इसकी
आजादी का महत्व बताएं।
भारतीय संस्कृति भाषा रूप
देववाणी की उज्जवल धूप।
गंगा मैया का शीतल जल
नीम ,आंवला, पीपल फल।
चरखा, करघा, मिट्टी,मोम
स्व उद्योग का महत्व बताएं।
आओ अमृत महोत्सव मनाएं
हम सीखें दुनिया को सिखाएं।
बुनकर संस्कृति ताना-बाना
सुंदर भारत आदर्श दिखाएं।
— डॉ. निशा नंदिनी भारतीय