उनके जैसे ही कस्में खाकर रख दो
उनके जैसे ही कस्में खाकर रख दो
तुम भी सब इल्ज़ाम हमारे सर रख दो
हँस कर हाथ मिलाओ मेरे दुश्मन से
मेरे भरते जख़्मों पर नश्तर रख दो
इससे पहले सच दिखलाएं आईने
नादानों के हाथों में पत्थर रख दो
यूँ टालो मुश्किल प्रश्नों के उत्तर तुम
प्रश्नों में ही प्रश्नों के उत्तर रख दो
जीना है यदि जीवन को जीवन जैसा
दूर उठाकर तुम मरने का ड़र रख दो
मेरे दिल में आने की हसरत है तो
दंभ अना जो भी है सब बाहर रख दो
सतीश बंसल
१४.०४.२०२२