आओ पेड़ लगाएं
आओ पेड़ लगाएं हम
समझे और समझाएं हम ।।
आम जामुन शहतूत खजूर
पीपल नीम वट हो भरपूर
मीठे फल औषधि के दाता
जंगल फिर से उगायें हम ।
फिर से हमसब करें विचार
मित्र सम हो इनसे व्यवहार
पोषित और सुरक्षित रखें
नियम ऐसा अपनाएं हम ।
मानसून का इनसे नाता
पेड़ आक्सीजन के दाता
प्रदूषण के महासंकट से
धरती मुक्त कराएं हम ।
छांया इंधन इनसे मिलता
धरा का संतुलन संभलता
ऋतुओं के जो संगी साथी
गुण इनके सब गायें हम ।
आओ पेड़ लगाएं हम ।।
— व्यग्र पाण्डे