कर्म फल
सब कुछ होते हुए भी
जीवन कुछ खाली खाली सा हो
क्या कहे इसे हम
क्या माने इसको
पुनर्जन्म के हैं यह कर्म
जिन्हें भोगने
लेते हम यहां जन्म
कोई बात बात पर रार करे
कोई हर रार पर मुस्कुरा भर दे
कोई जीवन नर्क बना दे
कोई जीवन को महका दे
कोई झोपड़ में भी मौज करे
कोई महलों में भी दोष गड़े
क्या माने हम इसको
पूर्वजन्म का लेखा जोखा
या तकदीर का लेखा