मतलब
मतलब तो कुछ और है ,कहते हैं कुछ और,
उनकी हर इक बात पर,करना होगा गौर .
करना होगा गौर ,बने है चतुर सयाने ,
अपनी बातें कहें ,दूसरों की ना मानें ,
कहते गोलमगोल ,दिखाते हरदम करतब,
बोलें जब खलिहान ,खेत होता है मतलब।
— महेंद्र कुमार वर्मा
मतलब तो कुछ और है ,कहते हैं कुछ और,
उनकी हर इक बात पर,करना होगा गौर .
करना होगा गौर ,बने है चतुर सयाने ,
अपनी बातें कहें ,दूसरों की ना मानें ,
कहते गोलमगोल ,दिखाते हरदम करतब,
बोलें जब खलिहान ,खेत होता है मतलब।
— महेंद्र कुमार वर्मा