गीत/नवगीत

उनकी यादों को

उनकी यादों को हम दिल से ऐसे दूर भगाते हैं
याद कभी भी जब आते हैं उनको काॅल लगाते है
जाने कब ये दूरी होगी कम वो वापस आयेगें
जीवन में फिर फूल खिलेगें हम खुल कर मुस्कायेगें
फोटो से उनकी बातें कर अपना दिल बहलाते हैं
याद कभी जब वो———–
फोन की घन्टी बजती है तो ऐसा लगता है हमको
जैसे उनका भी दिल मेरी याद दिलाता है उनको
और किसी की काल देख कर नैना नीर बहाते हैं
याद कभी जब वो————-
न श्रृंगार सुहाता है और काम न कोई भावे
मोर करे न नृत्य बाग में कोयलिया न गावे
चन्दा और सितारे अपनी आभा नही दिखाते हैं
याद कभी जब वो————-
—  शालिनी शर्मा

शालिनी शर्मा

पिता का नाम-स्वर्गीय मथुरा प्रसाद दीक्षित माता का नाम -श्रीमती ममता दीक्षित पति का नाम-श्री अनिल कुमार शर्मा वर्तमान स्थायी पता- केऐ-16 कर्पूरी पुरम गाजियाबाद फोन न0- 9871631138 जन्म एंव जन्म स्थान-09.04.1969, परीक्षित गढ़ गाजियाबाद उप्र शिक्षा एवं व्यवसाय-बीएससी बीएड़,अध्यापिका व सहायक NCC आफिसर (13 यूपी गर्ल्स बटालियन) प्रकाशित रचनाएं एवं विवरण-अमर उजाला काव्य में 48 रचनायें प्रकाशित, विभिन्न पत्रिकाओं में रोज रजनाएं प्रकाशित होती हैं,दो तीन सम्मान प्राप्त