तांटक छन्द
भारत की सम्मान पताका,जग में जो फैलाएगा
हम भारतवासी को तो वो,मन से हरदम भायेगा
चाहें वो अब्दुल कलाम हो,चाहें हो फिर मोदी जी
उसको को तो भारत अपनी,पलको पर बिठलायेगा
भारत का यशगान आज है,जग की सारी महफिल में
देश उसी को पूजेगा जो,देश का यश फैलाएगा
आज हमें ऐसा लगता है,फिर से हम जी पायेगें
सूख चुके पोधे को फिर से,नव जीवन मिल जायेगा
घर घर में खुशहाली होगी,कम होगी कछ निर्धनता
नही दरिद्र कोई भी होगा,सबको सब मिल जायेगा
स्वप्न सभी के होंगे पूरित,मन्जिल भी पायेगें सब
भूखा नही रहेगा कोई ,सब को सुख मिल पायेगा
— शालिनी शर्मा