कविता

तांटक छन्द

भारत की सम्मान पताका,जग में जो फैलाएगा
हम भारतवासी को तो वो,मन से हरदम भायेगा
चाहें वो अब्दुल कलाम हो,चाहें हो फिर मोदी जी
उसको को तो भारत अपनी,पलको पर बिठलायेगा
भारत का यशगान आज है,जग की सारी महफिल में
देश उसी को पूजेगा जो,देश का यश फैलाएगा
आज हमें ऐसा लगता है,फिर से हम जी पायेगें
 सूख चुके पोधे को फिर से,नव जीवन मिल जायेगा
घर घर में खुशहाली होगी,कम होगी कछ निर्धनता
नही दरिद्र कोई भी होगा,सबको सब मिल जायेगा
स्वप्न सभी के होंगे पूरित,मन्जिल भी पायेगें सब
भूखा नही रहेगा कोई ,सब को सुख मिल पायेगा
— शालिनी शर्मा

शालिनी शर्मा

पिता का नाम-स्वर्गीय मथुरा प्रसाद दीक्षित माता का नाम -श्रीमती ममता दीक्षित पति का नाम-श्री अनिल कुमार शर्मा वर्तमान स्थायी पता- केऐ-16 कर्पूरी पुरम गाजियाबाद फोन न0- 9871631138 जन्म एंव जन्म स्थान-09.04.1969, परीक्षित गढ़ गाजियाबाद उप्र शिक्षा एवं व्यवसाय-बीएससी बीएड़,अध्यापिका व सहायक NCC आफिसर (13 यूपी गर्ल्स बटालियन) प्रकाशित रचनाएं एवं विवरण-अमर उजाला काव्य में 48 रचनायें प्रकाशित, विभिन्न पत्रिकाओं में रोज रजनाएं प्रकाशित होती हैं,दो तीन सम्मान प्राप्त