नजरिया
रिया और मनीष सर्विस करते थे| रिया के साथ ऑफिस में काम करने वाला रोहित को मनीष पसन्द नहीँ करता था |जब वह रिया से बात करता तो मनीष को जलन होने लगती थी| रिया के कोई भाई नहीँ था रक्षाबंधन वाले दिन रिया किसी का इंतजार कर रही थी| डोरबेल बजी रिया ने दरवाजा खोला” भैया आप आ गए मैं आपका ही इंतजार कर रही थी” उसने रोहित को राखी बांधी और मिठाई खिलाई और रोहित ने उसको गिफ्ट दिया| यह सब मनीष देख रहा था आज वो खुश था उसका रोहित के प्रति नजरिया जो बदल चुका था|
— पूनम गुप्ता