जिंदगी
जिंदगी को सलीके से जीना है,
तो मत रखो मन में मलाल,
बजने दो आनंद के बाजों को,
नाचो मिलाके सुर-से-सुर और ताल-से-ताल.
जिंदगी सुख-दुःख का मेला है,
मत समझो ये झमेला है,
समय के पहिए हैं ये इसके चलते रहेंगे,
जो न समझे वो रह जाता अकेला है.
अनेक रंग दिखाती है जिंदगी,
गिरकर उठना-संभलना सिखाती है जिंदगी,
सब अपने हैं गैर कोई नहीं,
जीने का ढंग सिखाती है जिंदगी.