वैसे तो आए आमंत्रण को ठुकराना ठीक नही
वैसे तो आए आमंत्रण को ठुकराना ठीक नही
किन्तु जहाँ सम्मान नही हो उस दर जाना ठीक नही
माना अभिवादन में झुकना एक रवायत है लेकिन
रीढ विहीन कहे जग इतना पीठ झुकाना ठीक नही
सेवा त्याग समर्पण होता है सम्बंधों का मतलब
सम्बंधों को व्यापारिक अनुबंध बनाना ठीक नही
जीवन के रण में अपनों से जीत मिले या हार मिले
अपनों से रण में दुश्मन से हाथ मिलाना ठीक नही
मन की बातें मत कर चाहे दुनिया पर जाहिर लेकिन
अपने मन के मन से अपनी बात छुपाना ठीक नही
बेमानी हों जाएं धर्म उसूल वफ़ा ईमान जहाँ
लालच में गिर जाने की उस हद तक जाना ठीक नही
बढ़ते बढ़ते बातें जाने किस हद तक पहुँचे बंसल
छोटी छोटी सी बातों पर बात बढ़ाना ठीक नही
— सतीश बंसल