राखी
हर सावन में आती राखी,
बहना से मिलवाती राखी
चाँद सितारों की चमकीली,
कलाई को कर जाती राखी
जो भूले से भी ना भूले,
मनभावन क्षण लाती राखी
अटूट-प्रेम का भाव धागे से
हर घर में बिखराती राखी
सारे जग की मूल्यवान
चीजों से बढकर भाती राखी
सदा बहन की रक्षा करना,
भाई को बतलाती राखी
— हेमंत सिंह कुशवाह