कविता

राखी

हर सावन में आती राखी,
बहना से मिलवाती राखी

चाँद सितारों की चमकीली,
कलाई को कर जाती राखी

जो भूले से भी ना भूले,
मनभावन क्षण लाती राखी

अटूट-प्रेम का भाव धागे से
हर घर में बिखराती राखी

सारे जग की मूल्यवान
चीजों से बढकर भाती राखी

सदा बहन की रक्षा करना,
भाई को बतलाती राखी

— हेमंत सिंह कुशवाह

हेमंत सिंह कुशवाह

राज्य प्रभारी मध्यप्रदेश विकलांग बल मोबा. 9074481685