गीतिका/ग़ज़ल

खुद पर कृपा कीजिए

प्रभु की कृपा पाने के लिए प्रार्थना कीजिए,
लेकिन, सबसे पहले खुद पर कृपा कीजिए.
सफलता पाने के लिए प्रभु से प्रार्थना कीजिए,
लगन और मेहनत से प्रयास भी कीजिए,
सबसे पहले खुद पर कृपा कीजिए.
सपने पूरे करने के लिए प्रभु से प्रार्थना कीजिए,
सपनों को उड़ान देने के लिए पंख भी खोलिए,
सबसे पहले खुद पर कृपा कीजिए.
रिश्तों की मज़बूती के लिए प्रभु से प्रार्थना कीजिए,
अच्छी बात को याद रखने, बाकी को भुला दीजिए,
सबसे पहले खुद पर कृपा कीजिए.
आनंद को पाने के लिए प्रभु से प्रार्थना कीजिए,
आनंद की खोज अपने अंतर में ही कीजिए,
सबसे पहले खुद पर कृपा कीजिए.
प्रेम को अक्षुण्ण रखने के लिए प्रभु से प्रार्थना कीजिए,
सच्चे प्रेम के लिए कुछ त्याग करने को भी तैयार रहिए,
सबसे पहले खुद पर कृपा कीजिए,
सबसे पहले खुद पर कृपा कीजिए,
सबसे पहले खुद पर कृपा कीजिए.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244