चंदामामा मुझे रोज कहें,
हर रोज दूध तू पी लेना,
मां दूध का प्याला दे देना,
मैं चाहूं स्वस्थ हो जी लेना,
पानी में आटा घोलके तू,
मत कहना पी ले दूध जरा,
इससे बेहतर है साफ कहो,
नहीं दूध के पैसे समझ जरा.
इतना तो नादान नहीं मैं,
आखिर मां तेरा बेटा हूं,
तेरी हिम्मत मेरी हिम्मत,
मैं हिम्मत तुझसे लेता हूं
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