गीत “शंकर शमन करेंगे मन को”
आई है शिव की शिवरात, हर-हर, बम-बम गाओ।
लेकर बेलपत्र को साथ, चलो प्रसाद चढ़ाओ।।
—
शंकर शमन करेंगे मन को,
वो ही वर देंगे सज्जन को,
जागो सारी रात, शिव का ध्यान लगाओ।
लेकर बेलपत्र को साथ, चलो प्रसाद चढ़ाओ।।
—
दुष्टों को जो सदा रुलाते,
रुद्र तभी तो वो कहलाते,
वो हैं आदिदेव के तात, उनको शीश नवाओ।
लेकर बेलपत्र को साथ, चलो प्रसाद चढ़ाओ।।
—
गरलपान को जो अपनाते,
वो ही महादेव कहलाते,
नीला नीलकण्ठ का गात, उनको मन से ध्याओ।
लेकर बेलपत्र को साथ, चलो प्रसाद चढ़ाओ।।
—
पार्वती के जो हैं स्वामी,
रमते बनकर अन्तर्यामी,
जो कहलाते भोलेनाथ, उनके द्वारे आओ।
लेकर बेलपत्र को साथ, चलो प्रसाद चढ़ाओ।।
—
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)