बाल कविता – बच्चों के रंग
लल्ला के गाल
रंग से हुए लाल ।
गली – गली में
मचा रहे धमाल ।।
उडा रहें गुलाल
लगा रहें गुलाल ।
चुपके से आ के
ये बाल गोपाल।।
नटखट नंदलाल
खटपट चंटलाल ।
शरारत निराली
हो गए सब लाल ।।
दिल्ली – भोपाल
रंगीन हुई चौपाल ।
सौहार्द का संदेश
देते बाल गोपाल ।।
— गोपाल कौशल