कविता

पप्पू को बदनाम न करो

अभी अभी पप्पू का दुख भरा मैसेज आया
अपने दुःख दर्द का किस्सा बताया
और उलाहना भरे अंदाज में मुझसे ही पूछ लिया।ँ
आखिर आप ही बताओ
मैं पप्पू हूं तो इसमें मेरा गुनाह क्या है?
आखिर ये नाम आप सबने ही तो दिया है
ऊपर से मेरा तीन पांचा किया है
विदेशी धरती पर भारत को बदनाम करने का
अब एक नया आरोप लगा मेरे सिर पर मढ़ा दिया है।
मैं भी अब सहन नहीं करुंगा
आरोपों का जबाव आरोपों से ही दूंगा,
सरकार की नींव हिला दूंगा।
मेरे चेहरे की आड़ में मुखौटे का इस्तेमाल हो रहा है
मैं तो मम्मी के आड़ में खेलकूद रहा हूं
फिर भी नाहक मुझे बदनाम हो रहा हूं।
सत्ता के सलाहकारों द्वारा षड्यंत्र हो रहा है
बेचारे पप्पू यानी मुझ अबोध बच्चे का
जीना हराम किया जा रहा है,
मेरे संवैधानिक अधिकारों पर
मुखौटों की आड़ में प्रहार किया जा रहा है।
मैं न्यायालय की शरण में जाऊंगा
जनता की अदालत में आंसू बहाऊंगा।
पप्पू हूं तो क्या मैं सब कुछ सह जाऊंगा?
मैं किसी से नहीं डरता
पार्टी बर्बाद कर दिया
सत्ता के सपने छोड़ दिए
घर बसाना तक भूल गया
अपने जीवन का सत्यानाश कर लिया
अब आप सब आखिर चाहते क्या चाहते हो?
ऐसा मत करो यार
पप्पू नाम भी छीनकर अब
क्या कोई और नाम देना चाहते हो?
जो आरोप लगाना हो जी भर के लगाओ
विदेशी धरती पर मेरे कथित वक्तव्यों की
किसी विदेशी एजेंसी से जांच कराओ
पर उससे पहले मेरा चेहरा लगा कर जो
विदेशी धरती पर देश का अपमान कर रहा है
उसे सामने भी तो लाओ।
मेरा मुखौटा लगाकर किसने किसको विदेश भेजा
जिसने मेरी आड़ में देश का नाम बदनाम किया
उसे भी तो सामने लाओ, बेनकाब करो
बहुत आरोप लगा लिया सबने
पप्पू को नाहक और बदनाम न करो।
बड़े ईमानदार हो तो सच सामने लाओ
मेरे साथ ऐसा षड्यंत्र अब तो न करो।
सारी जांच एजेंसियों को इस
षड्यंत्रकारी के पीछे लगा दो
सब दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा
मुझ पर लगा सारा आरोप
मुखौटा वाले पर ही आयेगा
ये पप्पू पाक साफ मिल जाएगा
सारा आरोप निराधार सिद्ध हो जायेगा
बेचारा पप्पू बदनाम होने से बच जायेगा।

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921