यूपी बदल गया है
छब्बीस से सत्ताइस मार्च तक
संदेह के बादल छाए रहे
आशंकाओं की बयार बहती रही
आरोपों के साथ बयान वीरों के
तीर कमान से निकलते रहे।
गाड़ी पलटेगी, हत्या हो जायेगी
कोर्ट की आड़ में कुछ अनहोनी हो जायेगी
साबरमती से प्रयागराज की यात्रा
नये गुल खिलायेगी,
मुझे जेल से जेल की नहीं
अंतिम यात्रा कराएगी।
मुझे जेल और कोर्ट नहीं
चुपके से श्मशान पहुंचाएगी।
जाने क्या क्या हर किसी के मन में चल रहा था
तरह तरह का डर दिखाया जा रहा था
शासन सत्ता को संदेह की आड़ में
कटघरे में खड़ा किया जा रहा था।
सरकार की नियत को काला बताया जा रहा था
अपने को भविष्य वक्ता सिद्ध किया जा रहा था
भविष्य वाणियों का बाजार सजाया जा रहा था,
पर सारा पाँसा उल्टा पड़ गया
भविष्य वक्ताओं के मुँह पर कालिख पुत गया
जाने कितनों का सिर शर्म से झुक गया
सबसे संवेदनशील,चर्चित जेल की अदला बदली
आखिर हो गई,
चौबीस घंटे तक अनवरत चली
लंबी सड़क यात्रा सकुशल संपन्न हो गई,
जो कथित हत्या के डर से
चौबीस घंटे तक कांपता रहा,
जिसके परिवार को भी डर सताता रहा
सब निर्मूल साबित हो गया
और वह खास मेहमान की तरह
चाकचौबंद सुरक्षा घेरे में
लंबी यात्रा कर अपने घर पहुंच गया।
सरकारी व्यवस्था का अहसानमंद हो गया।
साबरमती जेल का मेहमान
अरसे बाद फिर अपने शहर के नैनी जेल आ गया
कल तक जिले का कथित खुदा
खुद हैरान रह गया।
अब आगे क्या होगा राम जाने
पर यह तो पक्का हो गया
यूपी में अब वो ही रहेगा
जो शान्ति संग नियम कानून से रहेगा
या सलाखों के पीछे एक एक दिन गिनेगा
ज्यादा उछल कूद करने वाला
शासन सत्ता से ऊपर होकर
जो उड़ने का यत्न करेगा
विश्वास कीजिए वह मिट्टी में ही मिलेगा।
भूल जाय वो कल क्या था
इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा,
फंदे में गलती से भी फंँस गया तो
खुद की किस्मत पर ही अफसोस करेगा
शासन सत्ता का चाल ढाल बदल गया है
यूपी के लोगों को अब ये समझना होगा
शांति सूकून से ही अब यहां रहना होगा।
दुनिया बदले न बदले फर्क नहीं हमको यारों
यूपी का माहौल अब शांत सौहार्दपूर्ण ही रहेगा
यूपी बदल गया है ये आपको भी मानना होगा।