मुक्तक/दोहा मुक्तक – माँ गोपाल कौशल "भोजवाल" 07/05/2023 राह के कंटक दूर हटाती माँ आंचल में फूल खिलाती माँ । तपती धूप में राहत देती है छाया बरगद की बनकर माँ ।। — गोपाल कौशल ‘भोजवाल’