सामाजिक

अहंकार क्यों

किस बात का अहंकार करे मानव ये समझ से परे की बात हैं।सामान्यत: लोगों को अपने रूप का,धन वैभव का,अपने स्टेटस आदि का अंहकार होता हैं।अगर रूप का अहंकार हैं तो वह तो आपको अपने पूर्वज और माता पिता से मिला हैं।धन वैभव आपको नसीब ने दिया हैं।कोई कहें कि वह मेहनत करता हैं तो मेहनत तो मजदूर भी करता हैं तो वह क्यों धनवान नहीं हैं।अपने रुतबे का अहंकार भी गलत हैं क्योंकि तुम से बड़े रुतबे वालें भी हजारों हैं।लेकिन उनके पास जो कुछ हैं उसका उपयोग वे खुद अपने लिए करतें हैं उसमें दूसरों के उपर रौब झाड़ने का कोई अर्थ नहीं हैं।जिस बात का किसी को कोई सरोकार नहीं हैं उसमे उनको सुनाने का या बड़ाई हांक कर नीचा दिखाने का कोई मतलब नहीं हैं ये समझ होगी वह इंसान अहंकार नाम के दुर्गुण से दूर ही रहेगा,और इसी में समझदारी हैं।
एक बात और हैं अहंकारी व्यक्ति को लोग पसंद नहीं करते या वह खुद अपने घमंड में लोगो ओर लोगों को अपने से हीन समझ दूर ही रहता हैं।दोनों हालातों में वह अकेला रह जाता हैं।समाज में स्वीकार्यता कम हो जाती हैं।सामने चाहे लोग बड़ा आदमी समझ चमचागिरी कर लें किंतु पीछे उस की अवहेलना ही करेंगे।नसीब का खेल होता हैं जो आज राजा हैं वह रंक और जो आज रंक हैं वह कल राजा बन सकता हैं।अहंकारी व्यक्ति ने जिसे अपने वर्तन से दुःख पहुंचाया हो वही कल उसिके समकक्ष आ खड़ा रहेगा तब उसकी मानसिकता कैसी होगी,वह न उसके साथ बैठ पाएगा और न ही उससे मुंह फेर जा सकेगा।
 इतिहास में हुए रामायण महाभारत जैसे युद्ध के बीज अहंकार में ही अंकुरित हुए थे।
वह चाहे दुर्योधन हो या रावण दोनों के पतन का कारण उनका अहंकार ही तो था।ऐसे बहुत उदाहरण हैं जिसमें अहंकार की वजह से  अपनी नौकरी या धंधे में भी नुकसान पहुंचा हो।घर परुवार में भी अशांति पैदा हो गईं हो,पति पत्नी के बीच में भी मनमुटाव हो गया हो ऐसे बहुत से उदाहरण देखने मिल जातें हैं।पति की अच्छी तनख्वाह या आमदनी, पत्नी के उपर रौब जमाने का साधन नहीं बन जाना चाहिएं।वहीं पत्नी का सौंदर्य या खुद के पैरों पर खड़े होने का मतलब पति को  कमतरी का एहसास देने की वजह नहीं होनी चाहिए।
ऐसे उदाहरणों को ध्यान में रख आदमी को अपने चरित्र को अहंकार मुक्त रखना चाहिए,
यही धार्मिक पुस्तकों में भी समझाया गया हैं।
— जयश्री बिर्मि 

जयश्री बिर्मी

अहमदाबाद से, निवृत्त उच्च माध्यमिक शिक्षिका। कुछ महीनों से लेखन कार्य शुरू किया हैं।फूड एंड न्यूट्रीशन के बारे में लिखने में ज्यादा महारत है।