गोष्ठी व पुस्तक विमोचन सम्पन्न
गुवाहाटी। मेलाराम वफ़ा साहित्य अकादमी के तत्वाधान में गुवाहाटी असम साहित्य सभा, ज्योति अग्रवाल हाल में मेलाराम वफ़ा साहित्य अकादमी की दूसरी मासिक गोष्ठी समारोह पूर्वक सम्पन्न हुई। कार्यक्रम का प्रारम्भ सरस्वती वंदना तथा अतिथि गण द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। प्रसिद्ध शायर, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और पत्रकार स्व. पंडित मेलाराम वफ़ा को श्रद्धापूर्वक याद किया गया। मेलाराम वफ़ा साहित्य अकादमी के सौजन्य से डॉ चंद्रकांता शर्मा जी की पुस्तक “युगे- युगे शक्ति अपरूपा” का विमोचन भी हुआ। गोष्ठी के मुख्य अतिथि आ. दयानंद पाठक जी, अति विशिष्ट अतिथि आ. मुक्ता बिस्वास, एवं विशिष्ट अतिथि आ.मंजरी शर्मा रहीं। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता आ. नंदा शर्मा जी, आ. सौमित्रम जी और ब्रह्मपुत्र साहित्य मंच के अध्यक्ष किशोर रहे। श्री जैन ने पुस्तक से जुड़ी नारी शक्ति के कई उदहारण दिए और बताया कि वर्त्तमान युग में महिलाओं ने अपनी शक्ति और मज़बूती का परिचय भी समय समय पर दिया है। वक्ताओं ने अपने वक्तव्य में नारी की सहनशीलता, समरसता और धैर्य को पुरुष से बढ़कर बताया।
पुस्तक विमोचन सत्र का संचालन आदरणीय कांता अग्रवाल जी ने बहुत कुशलता के साथ किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आ. दया नंद पाठक जी ने साहित्य के प्रति आदर दर्शाते हुए चंद्रकांता जी को इस पुस्तक के लिए ढेरों बधाइयां देते हुए अपने भावों को हम सभी के बीच दीप्तिमान किया।
सभी महानुभावों के भाषण के साथ काव्य गोष्ठी भी चलती रही। कार्यक्रम में विराजमान अति विशिष्ट अतिथि आ. मुक्ता बिस्वास जी ने सबको बधाइयाँ देते हुए इस कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
आदरणीय मंजरी शर्मा जी ने एक कविता के साथ अपने मन के भावों को मंच पर रखा।
काव्य गोष्ठी के संपन्न होने के बाद मंच की अध्यक्षता कर रहीं आदरणीय चंद्रकांता जी ने अद्भुत काव्य पाठ के साथ मंच की प्रशंसा करते हुए मंच के साथ जुड़े रहने के अपने भावों के साथ धन्यवाद ज्ञापन और कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम में 40 से अधिक कलमकार शामिल थे। कार्यक्रम के संयोजन का कार्यभार डॉ गीता सहरिया एवं संचालन का दायित्व अवनीत कौर दीपाली जी ने निभाया।