यादें
लौट जाऊंगा जब
न फिर वापस आऊंगा
एक याद बन बस
दिल में तुम्हारे रह जाऊंगा
पुकारोगे मुझे जब भी
मुझको न तुम पयोगे
आसपास तुम्हारे बस
यादों का एक मेला होगा
जिसमें तुम मुझे ढूंढोगे
पर मुझको न पयोगे
पलकों में होंगे आंसू तुम्हारे
कुछ तन्हाईया होंगी
कुछ आधे अधूरे ख्वाब होंगे
अगर कुछ जो न होगा
वह मैं होऊंगा.