साइंस ऑफ लव
साइंस ऑफ़ लव
“सॉरी अनीता जी, टेस्ट रिपोर्ट्स के मुताबिक आपकी किडनी आपके पति के साथ मैच नहीं कर रहा है। जल्द से जल्द यदि एक किडनी की व्यवस्था नहीं की गई, तो उन्हें बचाना मुश्किल होगा।” ऐसा लगा, मानो डॉक्टर साहब ने उसके कानों में गरम लावा उड़ेल दिया हो।
“नहीं… ऐसा नहीं हो सकता डॉक्टर साहब, पिछले तीस साल से जिस किशोर के लिए मेरा दिल धड़कता है, जिसके साथ मेरा रहना, खाना-पीना, उठना-बैठना है, जन्मों के साथ का बंधन है, तो फिर हमारा किडनी कैसे मैच नहीं करेगा ?
मैं नहीं मानती इस रिपोर्ट को। प्लीज, आप फिर से मेरा टेस्ट कीजिए।” वह पागलों की तरह डॉक्टर के पैर पकड़ कर गिड़गिड़ाने लगी थी।
अनीता की जिद और विश्वास के आगे डॉक्टरों को झुकना पड़ा। दुबारा टेस्ट किया गया।
अनीता के प्यार और विश्वास के आगे डॉक्टर ही नहीं, साइंस को भी झुकना पड़ा। इस बार अप्रत्याशित रूप से दोनों का किडनी मैच कर गया।
सफल किडनी ट्रांसप्लांट के बाद आज पति-पत्नी दोनों एक-एक किडनी के सहारे सुखमय जीवन बिता रहे हैं।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़