अनाथों के नाथ
प्रथम पूजन के अधिकारी,गौरी पुत्र गणेश
करूं वंदना हे गणपति, हर लें सारे क्लेश
सती साध्वी माता भवानी,जगदेश्वरी कल्याणी
हर लें विपदा सब भक्तन की, भोले औढ़र दानी
रास रंग से दूर बिराजे, भोले संग में भवानी
ढूंढते तुझे सदा श्मशान में औघर, हे औढ़र दानी
भांग धतूरा और कनेर पुष्प,तुझे बहुत हैं प्यारे
जलार्पण से ही खुश हो जाते, चंद्रशेखर हमारे
हे भोलेदानी शिवशंकर,भवानी पति भगवन
हर लें सारी कामना हमारी,निश्काम हो यह तन
छल कपट से दूर तू रखना, सदा हृदय में तुम बसना
बस इतनी सी है मेरी कामना, नागराज हैं तेरा गहना।
पी लिया तुमने विष का प्याला, बम बम भोलेनाथ
कभी हाथ मत छोड़ना,सदा ही रहना मेरे साथ ।
— आरती रॉय