कविता
वादे किए थे हजारों ,
एक पल में तोड़ गया।
वह प्यार था हमारा
जो हमें छोड़ गया।
भूले नहीं जाते वह लम्हे
जो उसके साथ बिताए थे ।
याद आती है उसकी वह बातें कसमें खाकर जो उसने मुझे कही थी।
जिसने पसंद किया था ना कुछ देखें
वही आज हमारी कमियां हमें बता कर गया।
आज भी याद है वह तारीख
जब उसे पहली बार देखा था पता नहीं कैसे दिन था वह
जिसने मेरी जिंदगी को एक पल में बदल दिया।
— संजना (बी.ए. छात्रा)