विजयी विश्व तिरंगा रहे
वैमनस्यता रहे न ही दंगा रहे
मोहब्बत में न कोई अड़ंगा रहे
परचम लहराता हुआ विश्व में
विजयी विश्व तिरंगा रहे
ज़ुल्म की सूची में अंड़्गा रहे
पाक-सा न कोई लफंगा रहे
परचम लहराता हुआ विश्व में
विजयी विश्व तिरंगा रहे
बुलंदियों को छूता पतंगा रहे
मुॅंह ताकता हुआ फिऱंगा रहे
परचम लहराता हुआ विश्व में
विजयी विश्व तिरंगा रहे
ग़रीबी में भी न कोई नंगा रहे
भाईचारे की बहती गंगा रहे
परचम लहराता हुआ विश्व में
विजयी विश्व तिरंगा रहे
रंगीला रहे; रंग-बिरंगा रहे
सर्वोच्च रहे और चंगा रहे
परचम लहराता हुआ विश्व में
विजयी विश्व तिरंगा रहे
— नरेन्द्र सोनकर ‘कुमार सोनकरन’